यु तो मुद्दतों से मिलता है जीवन राजपूत का ,
फिर भी ये दुनिया इन्हें खराब कहती है !
धरम हमारा जान से भी प्यारा होता है ,
बस ये दुनिया इसलिए हमें बदनाम करती है !!
जब बनती है इन दुनियावालो की जान पे ,
तब याद आती है इन्हें ''राजपूतो '' की !
और तब उठता है इक ''राजपूत'',
तो ये सारी दुनिया उसे सलाम करती है !!!!!!!
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